प्रयागराज,,, जिलाधिकारी श्री भानुचंद्र गोस्वामी की अध्यक्षता में दशहरा एवं दुर्गापूजा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए बैठक की गई, जिसमें नगर आयुक्त डाॅ0 उज्जवल कुमार, पी0डी0ए0 उपाध्यक्ष श्री टी0के0 शिबू, ए0डी0एम0 सिटी ए0के0 कनौजिया, ए0डी0एम0 प्रशासन वी0एस0 दूबे, एस0पी0 सिटी श्री बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एस0पी0 गंगापार एन0के0 सिंह एवं सम्बन्धित अधिकारीगण एवं रामलीला एवं दुर्गापूजा कमेटी के पदाधिकारीगण मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित रामलीला कमेटी के पदाधिकारिओं से कहा कि जहां पर भी कमियां है, उन कमियों को ए0डी0एम0 सिटी एवं सिटी मजिस्टेªट के नेतृत्व में संयुक्त टीम बनाकर जांच के उपरांत सम्बन्धित अधिकारी से उसे दूर कराया जायेगा। उन्होंने रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों से अनुरोध किया है कि कोई नई परम्परा नहीं कायम की जायेगी। पूर्व की भांति ही जहां पर भी मूर्ति की स्थापना की जाती थी, वहीं पर किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर हर्बल कलर का इस्तेमाल किया जायेगा, केमिकल कलर का इस्तेमाल नहीं किया जायेगा।
उन्होंने बाढ़ खण्ड के अधिशाषी अभियन्ता को निर्देशित किया कि विसर्जन के लिए स्थलों को चिन्हित कर ले तथा विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को निर्देशित किया कि कही पर भी खुले एवं जर्जर तार आदि नहीं होने चाहिए। जहां कहीं पर खुले एवं जर्जर तार लटक रहे हो, उसे तत्काल दुरूस्त कर लिया जाय। उन्होंने मूर्ति विसर्जन के लिए दुर्गापूजा कमेटी को बताया कि जो समय निर्धारित है उसी के अनुरूप मूर्ति का विसर्जन किया जाय।
जिलाधिकारी ने पदाधिकारियों से अपील की कि यातायात के दृष्टिगत सड़क पर पण्डाल आदि न लगाये।
बैठक में उपस्थित प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष टी0के0 शिबू ने बताया कि जो भी प्राधिकरण की तरफ से शिकायतें प्राप्त हुई है, उसे जल्द से जल्द दूर कर लिया जायेगा। प्रकाश की व्यवस्था और अच्छी की जायेगी। नगर आयुक्त डाॅ0 उज्जवल कुमार ने बताया कि नगर निगम से जितनी भी शिकायतें प्राप्त हुई उसे जल्द दूर कर लिया जायेगा। आपको नगर निगम की तरफ से पूरा सहयोग दिया जायेगा।
नगर आयुक्त ने अपील किया है कि प्लास्टिक का प्रयोग न होने दे, इससे वातावरण पर भी असर पड़ता है। प्लास्टिक का प्रयोग पूर्णतया वर्जित रहेगा।
बैठक में रामलीला कमेटी एवं दुर्गापूजा के पदाधिकारियों को कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है, जिसका पालन सुनिश्चित करने की अपील की गई,
जिनमें प्रमुख रूप से प्रत्येक पण्डालों में पूजा समिति के व्यवस्थापकों से कम से कम 05 लोग अनवरत सुरक्षा हेतु मौजूद रहेंगे। इन व्यक्तियों के नाम व मोबाइल नम्बर भी रखा जाय। पण्डाल के अन्दर की सफाई पूजा समिति द्वारा स्वयं कराई जायेगी तथा पण्डाल परिसर से बाहर की सफाई व्यवस्था इस हेतु उत्तरदायी विभाग द्वारा कराया जाय।
पूजा समितियों से आग्रह किया जाय कि पण्डाल में केवल आरती की जाय, इसके अतिरिक्त कोई अन्य कार्य न किया जाय। अश्लील गानों का कार्यक्रम न किया जाय।
महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था पण्डालों में सुनिश्चित की जाय। अराजक एवं अराष्ट्रीय तत्वों को कोई अवसर न दिया जाय। अग्निशमन की व्यवस्था कराई जाय।
विद्युत सुरक्षा हेतु भी आवश्यक प्रबन्ध किये जाय। पीस कमेटी की बैठक थाना व जिला स्तर पर समय से पूर्व कर लिया जाय। थानों के रजिस्टर में जो मूर्तियां दर्ज नहीं है या छोटी मूर्तियों पहले से घरों आदि में रखी जाती है का सत्यापन कर लिया जाय तथा अनावश्यक विवाद की स्थिति न उत्पन्न की जाय।
साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। रामदल के मार्गों को गड्ढ़ा मुक्त किया जाय। मूर्ति की लम्बाई अधिक होने के कारण किसी का घर या छज्जा तोड़ा न जाय।
ढीले/जर्जर तारों को ठीक कराने के सुरक्षात्मक उपाय कर लिये जाय।
विसर्जन स्थल पूर्व से चिन्हित कर लिया जाय।
विवादित स्थल पर मूर्ति विसर्जन न हो। मनबढ़/सरहंग लोगों को पाबन्द कराया जाय। भड़काऊ कार्यवाही न की जाय।
मूर्ति विसर्जन में विलम्ब न किया जाय, सीधे विसर्जन स्थल तक ले जाया जाय। ऐसी मूर्तियां जो थानों के रजिस्टर में अंकित नहीं हैं, उन प्रकरणों में समितियांें से संवाद स्थापित कर समाधान कराया जाय। रामलीला समितियों से संवाद कर सुरक्षा/शान्ति व्यवस्था स्थापित किया जाय आदि