प्रयागराज पुलिस का “ ख़ुशी अभियान ’’- मिलाया 2 बिछड़ो को,, परिवार में ख़ुशी की लहर


प्रयागराज,, पुलिस अधीक्षक/क्षेत्राधिकारी नगर तृतीय द्वारा चलाए जा रहे अभियान ऑपरेशन खुशी के तहत टीम ने राजकीय बालिका गृह खुल्दाबाद में बीते शुक्रवार को औचक दौरा किया जहा उनकी मुलाकात  सीता पाल 15 वषीय लड़की से हुई।


सीता पाल ने अपने परिजनों और घर का पता के बारे में बताया कि पिता पुरुषोत्तम पाल माता कुलसा पाल पता आमथनु थाना नरसिंहपुर जिला सागर मध्य प्रदेश की रहने वाली हु। मैं भोपाल में पढ़ती थी तथा आज से 2 महीने पहले मैं भोपाल से अपने घर जा रही थी तथा भटक कर प्रयागराज जक्शन मे उतर गई थी मुझे अकेला देखकर चाइल्ड लाइन वाले मेरे पास आए वह मुझे राजकीय बालिका सुरक्षा गृह मे छोड़ दिया तब से मैं यहीं पर हूं।


मौजूद दूसरी लड़की बाला निशा में भी अपने बारे में बताया कि पिता बोडौ मुरमुर माता सिसिलिया मरांडी जितपुर थाना लिट्टीपाड़ा जिला पाकुड़ झारखंड की रहने वाली हु उसने बताया मैं दिनांक 3 /9/19 को पटना में अपनी दीदी के यहां रहती थी दीदी से कुछ विवाद होने के कारण मैं वहां से अपने घर झारखंड के लिए निकली किंतु गलती से मैं झारखंड की ट्रेन में ना बैठ कर प्रयागराज की ट्रेन में बैठ गई तथा प्रयागराज पहुंच गई उसके बाद चाइल्ड लाइन वाले मुझे राजकीय बालिका सुरक्षा गृह में ले आए तब से मैं यही हूं


प्रयागराज पुलिस ने दोनों लड़कियों के द्वारा बताये पते अनुसार उनके माता-पिता के बारे में स्थानीय पुलिस से संपर्क कर दोनों लड़कियो के बारे में जानकारी ली गई और व्हाट्सएप के जरिए फोटो का मिलान किया गया,, मिलान होने पर उनके परिजनों को सूचना दिया गया   


सूचना पाकर दोनों लड़कियों के परिजन शनिवार को  आए उनको ऑपरेशन खुशी की टीम ने अपने साथ बालिका गृह खुल्दाबाद में ले जाकर लड़कियों से मिलवाया,


दोनों लड़कियां अपने पिता व मां बहन को देखकर दौड़ कर लिपट कर रोने लगी सीता पाल के पिता ने बताया कि मेरी पुत्री 2 महीना पूर्व गायब हो गई थी आप लोग के प्रयास से आज मेरी पुत्री पुनः मिल गई है मुझे बहुत खुशी है आप लोग के इस कार्य से मुझे तथा मेरे परिवार को पुनः खुशी प्राप्त हुई है


वही बाला निशा के मां एवं बहन ने भी पुलिस को बार-बार धन्यवाद दे रही थी


पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चियों को उनके परिवार से मिलाने का जो आनंद टीम को प्राप्त हुआ है उसे शब्दों में रेखांकित नहीं किया जा सकता पुलिस दोनों परिवारों को बच्चों से मिलवाने से अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रही है । ऑपरेशन खुशी के अन्तर्गत अब तक 10 बच्चो को उनके परिवाजनों से मिलवाया जा चुका है।