लावारिस बीमार बुजुर्ग के हठ के सामने प्रशासन हुआ लाचार

उपजिलाधिकारी बारा,स्वस्थ्य विभाग व पुलिस का प्रयास हुआ विफल ,,एम्बूलेंस भी खाली लौटी



नारीबारी(प्रयागराज)। नारीबारी बाजार के राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे चौराहे पर एक बुजुर्ग बीमार गरीब व्यक्ति खुले आसमान मे रहकर दर-दर की ठोकडे़ खाते फिर रहा है। जिससे देखने मे प्रतीत होता है कि वह व्यक्ति गम्भीर बीमारी से ग्रसित भूखा प्यासा दिखाई दे रहा है। जो पैर से चल पाने मे पूरी तरह असमर्थ बना हुआ है। जिसकी समस्या को देखते हुए मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने उपजिलाधिकारी बारा इन्द्रभान तिवारी से बात कर समस्या से अवगत कराया। जिसे संज्ञान मे लेते हुए उपजिलाधिकारी ने सीएचसी शंकरगढ अक्षीक्षक और चौकी प्रभारी नारीबारी जगनारायण से बात की और तत्काल मदद् पहुँचाकर इलाज कराने व व्यवस्थित करने का निर्देश दिया। शंकरगढ अधीक्षक ने तो उपजिलाधिकारी के निर्देशो की अवहेलना करते हुए अपनी व्यस्तता बताकर पल्ला झाँड़ लिया। लेकिन चौकी प्रभारी व नारीबारी नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी डाँ. राजेश सिंह ने तत्काल मौके पर एम्बूलेंस को भिजवाकर उसकी मदद करनी चाही। लेकिन वह बुजुर्ग बीमार व्यक्ति इलाज कराने हेतू जाने से इंकार करता रहा। चौराहे पर तब तक भीड़ का मजमा लग गया। क्षेत्रीय लोगो और चौकी प्रभारी ने उठाकर एम्बूलेसं मे बैठाने का प्रयास किया जो बुजुर्ग के हठ और लोभ के कारण संम्भव नही हो सका। स्थानीय लोगो ने बताया यह व्यक्ति घसीटते हुए चलता रहता है और लोगो से पैसा मागँते फिरता है। चौकी द्धारा खाना मिल जाता है और बुजूर्ग अपने पास रखे मैले गठरी और कपडे़ लेकर राष्ट्रीय राज मार्ग पर रात बिताता फिर रहा है। जो मानसिक रूप से भी बीमार है दिख रहा है। जिसे पुलिस चौकी के दीवान विश्वनाथ तिवारी व सिपाही मनीष कश्यप देखरेख मे लगे रहे।  लेकिन बुजुर्ग के पूरे शरीर मे मक्खिया का झुंड परेशान कर रहा था। लेकिन क्षेत्र के समाजसेवी इस बयोवृध्द बीमार व्यक्ति की मदद करने सामने नही दिखाई दिए। अब देखना यह है कि प्रशासन आगे क्या कदम उठाऐगा। या यू ही यह बुजुर्ग राष्ट्रीय राजमार्ग के चौराहे पर पडा रहेगा। यह तो आगे समय ही बताऐगा।