प्रयागराज । एक करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद निर्मल डायग्नोस्टिक सेन्टर के संचालक का शव बुधवार की सुबह नैनी कोतवाली क्षेत्र के चक्रमाधव मंदिर के पास पाया गया। पुलिस इसे आत्महत्या की घटना बता रही है।
लखनऊ के गुड़म्बा थाना क्षेत्र के राजीव नगर कल्याणपुर रिंग रोड निवासी योगेश श्रीवास्तव 45 वर्ष पुत्र डी.सी. श्रीवास्तव हालपता पन्नालाल रोड थाना जार्जटाउन प्रयागराज निर्मल डायग्नोस्टिक सेन्टर का शव बुधवार की सुबह नैनी कोतवाली क्षेत्र में चक्र माधव मंदिर बांध के समीप पाया गया।
कुछ दूर पर उसकी स्कूटी लावारिस हालत में मिली। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दिया। जांच के दौरान उसके पास से मिले मोबाइल नम्बर से उसकी पत्नी से सम्पर्क किया तो उसने बताया कि उसका तलाक हो चुका है। हालांकि पुलिस उसके परिजनों को खबर दे दिया है।
पुलिस कहना है कि उसके जेब से सल्फास की गोली मिली है। उसके दोनों हाथों की नस कटी हुई है। इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उसने आत्महत्या की है।
उल्लेखनीय है कि मृतक योगेश श्रीवास्तव के खिलाफ कर्नलगंज थाने प्रयागराज में एक करोड़ से अधिक का धोखाधड़ी का मुकदमा मंगलवार की रात उसके पार्टनर सुनील कुमार पाण्डेय पुत्र स्वर्गीय अनन्त पाण्डेय निवासी उस्मान एक्लेव सेन्टर सेक्टर ओ अलीगंज लखनऊ की तहरीर पर दर्ज किया गया।
जिसमें आरोप लगाया कि निर्मल डायग्नोस्टिक सेंट संचालित करने के लिए शहर के नामचीन डाक्टर कार्तिक शर्मा से सत्तर लाख रूपया पार्टनर सिप में लिया था। इसके साथ ही सुनील से भी पचास लाख रूपया लिया था, इस तरह उसने पांच लोगों से कई लाख रूपए कर्ज लिया हुआ था। निर्मल डायग्नोस्टिक सेंटर को एक व्यक्त से बेचने के लिए 15 लाख रूपया एडवांस लिया था। इतना ही नहीं उसके सेन्टर को जांच में अनिमिता पाए जाने की वजह से सीज कर दिया गया है। इतना ही गृहस्वामी का किराया भी नहीं अदा किया गया है।
पुलिस ने बताया कि योगेश श्रीवास्तव काफी कर्ज में डूब चुका था। जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या की होगी। अबतक जांच में जो पता चला है उससे मामला आत्महत्या का है।