पशुओं को शीतलहर से बचाने के लिए बोरा पहनाना जरूरी-  सरदार पतविंदर सिंह


प्रयागराज ....  समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने अपने युवा सहयोगीयों के साथ क्षेत्र में शीतलहर के साथ पड़ रही कड़ाके की ठंड से (अन्न पशुओं एवं सुरक्षा प्रदान करने वाले पशुओं) को बचाने के लिए नैनी क्षेत्र के विभिन्न जगह भ्रमण कर समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि (कुत्ता. बिल्ली ) को आवारा समझकर दुत्कारना नहीं इनके दर्द को भी समझिए यह देर रात को रोते हुए सुनाई दे तो सहमे या डरे नहीं यह दर्द उस भूख का भी हो सकता है जो पेट में कुछ ना होने के कारण उठा हो इसका कोई मालिक नहीं है


हमारा फर्ज और मानवता इन  भूखे पशुओं के दर्द को भी समझने की है आप बस इतना कीजिए आपके घर .गली. मोहल्ले कॉलोनी में कहीं ऐसे आवारा पशु दयनीय हालत में नजर आए तो इन्हें कुछ खाने को जरूर दे दे आग्रह है .पशुओं को बोरा पहनाकर उन्हें शीत लहर से बचाने का प्रयास भी करें l


शीतलहर के साथ कड़ाके की ठंड को देखते हुए क्षेत्र के सभी पशुओं को ठंड से बचाने के लिए समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने पशुओं को बोरा पहनाया l


समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से शीतलहर के साथ कड़ाके की ठंड पड़ रही है ऐसी हाड़ कंपा देने वाली ठंड से इंसान के साथ पशु भी बेहाल है पशुओं को ठंड से बचाने के लिए बोरा पहनाना आवश्यक हो गया जिससे पशुओं को शीतलहर से बचाया जा सके पशुओं के तन पर बोरा होने से शीतलहर और ठंड से बचाने में काफी राहत मिलती है 


समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने आम जनता एवं गल्ला व्यापारियों से अपील की है कि पशुओं की बेहतर देखभाल के लिए अपने गोदामों एवं घरों में रखे हुए पुराने बोरा.रजाई .गद्दे एवं कंबल अपने आसपास विचरण कर रहे पशुओं को पहनाया करें क्योंकि इनके स्वस्थ रहने से ही आपके घर द्वार सुरक्षित और परिवार तंदुरुस्त. स्वस्थ रहेंगे l बोरा पहनाने में हरमन सिंह. दलजीत कौर.  मोहन. सत्यम . पुनीत . कमलेश. रिंकू. मनीष. सतीश. मानस. अक्षत. आयुष आदि रहे