सीएमओ ने बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाकर बाल स्वास्थ्य पोषण माह के सत्र का किया उद्घाटन


आगरा। बाल स्वास्थ्य पोषण माह ( बीएसपीएम) के अंतर्गत शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जीवनी मंडी आगरा के सत्र स्थल पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार वत्स के द्वारा फीता काटकर  उद्घाटन किया साथ ही 9 माह से 5 साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाकर कार्यक्रम का शुभ आरंभ किया गया। 


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार वत्स  ने बताया जनपद में 5.4 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाकर आच्छादित किया जाएगा। विटामिन ए से जहां बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है वहीं इसकी कमी से बच्चों में रतौंधी खसरा और हड्डी के कमजोर होने का डर  भी  रहता है । विटामिन ए की खुराक देना टीकाकरण का ही हिस्सा है । इस अभियान के अंतर्गत अभिभावकों को विटामिन ए से लाभ एवं बच्चों को पोषण युक्त भोजन देने की सलाह दी जाएगी । 


जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, डॉ. संजीव वर्मन ने कार्यक्रम के मौके पर बताया इस विशेष माह के दौरान बच्चों का वजन किया जाएगा। कुपोषित बच्चों की पहचान के बाद उन्हें बेहतर पोषण देकर सुभाषित किया जाएगा । इस दौरान टीकाकरण से छोटे बच्चों का भी टीकाकरण किया जाएगा । विटामिन ए से होने वाली परेशानियां अंधापन, आंखों में सूखापन, रूखे बाल , सूखी त्वचा ,बार-बार सर्दी जुखाम होना, थकान कमजोरी नींद ना आना, रतौंधी, निमोनिया और वजन में कमी विटामिन ए की कमी के कारण ही हो जाते हैं ।  सब्जियों और फलों के सेवन से विटामिन ए की कमी को दूर किया जा सकता है।


डॉ. मेघना शर्मा  ने बताया 9 माह से 12 माह तक के बच्चों को एक लाख यूनिट और 1 वर्ष से 5 वर्ष तक के बच्चों को दो लाख यूनिट विटामिन ए की खुराक पिलाई जाती है जिसके माप हेतु  चम्मच विटामिन ए की बोतल के साथ ही मौजूद होता है|


जिला कार्यक्रम अधिकारी, साहब यादव द्वारा बाल स्वास्थ्य पोषण माह के अंतर्गत गौतम चक्कीपाट आंगनवाड़ी केंद्र पर आयोजित सत्र  का भ्रमण किया गया । उपस्थित अभिभावकों को विटामिन ए के लाभ एवं खानपान से संबंधित जानकारी देते हुए बताया बच्चों को पौष्टिक आहार देना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए बच्चों को अंडा दूध गाजर पीले या नारंगी पपीता , सब्जियां, पालक, शकरकंदी , दही सोयाबीन के अलावा पत्तेदार हरी सब्जियों का सेवन भी विटामिन ए की कमी दूर करने के लिए किया जाता है । खाने में आयोडीन नमक का ही उपयोग करना चाहिए।


उक्त कार्यक्रम में डॉ संजीव वर्मन जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, डॉ विजेंद्र सिंह चंदेल एसएमओ डॉ. मेघना शर्मा  इंचार्ज, आकाश गौतम अर्बन हेल्थ कोऑर्डिनेटर राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन एवं जीवनी मंडी यूपीएचसी की स्टाफ नर्स मौजूद थी और यूनिसेफ से सना बीएमसी उपस्थित रही |