यूपी पुलिस भडक़ी हिंसा के खिलाफ की बड़ी कार्यवाही,,, पीएफआई के जुड़े कई लोगो की हुई गिरफ्तारी   


लखनऊ..... नागरिकता संशोधन कानून (सीएस) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भडक़ी हिंसा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की संलिप्तता की बात सामने आने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है। अब तक इस संगठन से जुड़े 108 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कार्यवाहक डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि दिसंबर में सीएए के विरोध में प्रदेश में कई जगह हिंसा हुई थी, जिसमें पीएफआई का नाम सामने आया था।


उन्होंने बताया कि हिंसक प्रदर्शन में पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद समेत पीएफआई के कोषाध्यक्ष और संगठन से जुड़े कई पदाधिकारी व सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। केंद्रीय एजेंसियों की मदद से उत्तर प्रदेश पुलिस पीएफआई के फंडिंग नेटवर्क की जांच में लगी है।


डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि साल 2001 में सिमी पर प्रतिबंध के बाद वर्ष 2006 में पीएफआई केरल में बना। जो यूपी सहित कोई राज्यों में सक्रिय है। यूपी में शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, लखनऊ, गोंडा, वाराणसी, बहराइच, सीतापुर, गाजियाबाद में संगठन के लोग सक्रिय है। पीएफआई राष्ट्र विरोधी अभियान चला रहा है। 19 और 20 दिसंबर को पीएफआई के लोगों ने भडक़ा कर हिंसा फैलाई थी।


हिंसक प्रदर्शन की अभी जांच चल रही है। हिंसक प्रदर्शन के बाद लखनऊ से 14, सीतापुर से तीन, मेरठ से 21, गाजियाबाद से नौ, मुजफ्फरनगर से छह, शामली से सात, बिजनौर से चार, वाराणसी से 20, कानपुर से पांच, गोंडा से एक, बहराइच से 16, हापुड़ से एक और जौनपुर से एक की गिरफ्तारी हुई है।