दिल्ली,,, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश के नाम संबोधन।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की सामूहिक शक्ति बाबा राव भीमराव अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए देश में जिस तरह से लोग नियमों का पालन कर रहे हैं इतने संयम से अपने घर एवं घरों में रहकर त्यौहार बड़ी सादगी पूर्ण मना रहे हैं यह सारी बातें बहुत ही प्रेरक हैं। बहुत ही प्रशंसनीय हैं।
मैं नए हिंदी वर्ष पर आपके आपके परिवार जन के उत्तम स्वास्थ्य की मंगल कामना करता हूं। सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डाउन का बहुत बड़ा लाभ देश को मिला है। सीमित संसाधनों के बीच भारत जिस मार्ग पर चला है उस मार्ग की चर्चा आज दुनियाभर में होना स्वभाविक है। देश के राज्यों ने भी बहुत जिम्मेदारी के साथ काम किया है। हर किसी ने अपनी जिम्मेदारी को संभालने के लिए प्रयास किया है और संभाला भी है।
भारत में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे बढ़े हम विजई कैसे हो हमारे यहां नुकसान कम से कम कैसे हो लोगों की दिक्कतें कम कैसे करें इन बातों को लेकर राज्यों के साथ निरंतर चर्चाएं और सभी चर्चाओं में एक बात उभर कर आती है हर जगह यही बात आती है कि डाउन को बढ़ाया जाए। कई राज्य तो पहले से ही लाक डाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं। सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए यह तय किया गया है कि भारत में लाक डाउन को और 3 मई तक बढ़ाना पड़ेगा।
3 मई तक हम सभी हर देशवासी को लाक डाउन में ही रहना होगा। इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह से पालन करना होगा जैसे हम करते आए हैं। मेरी सभी देशवासियों से यह प्रार्थना है कि कोरौना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैले नहीं देना है। स्थानीय स्तर पर एक भी मरीज बढ़ता है तो यह हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए। कहीं पर भी कोरोना से एक भी मरीज की से दुखद मृत्यु होती है तो हमारी चिंता और बढ़नी चाहिए।
अगले 1 हफ्ते तक और कठोरता बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक हर कस्बे हर थाने हर जिले हर राज्य को बड़ी बारीकी से परखा जाएगा। वहां लॉक डाउन का कितना पालन हो रहा है। उस क्षेत्र में कोरोना से किसको कितना बचाया है इसका मूल्यांकन लगातार किया जाएगा। जो क्षेत्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे जो अपने यहां हॉटस्पॉट नहीं बनने देंगे जिनके हॉटस्पॉट बदलने की आशंका कम होगी वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है लेकिन याद रखिए यह अनुमति सशर्त होगी।
बाहर निकलने के नियम बहुत सख्त होंगे। लाक डाउन के नियम यदि टूटते हैं तो सारी अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएगी। सरकार की तरफ से कल एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी। इस सीमित छूट का प्रावधान है। गरीब भाई-बहनों को ध्यान में रखते हुए किया गया है। जो रोज कमाते हैं जो रोज की कमाई की जरूरतें पूरी करते हैं वही मेरा एक वृहद परिवार है-