आगरा के टीबी विभाग ने संभाला मोर्चा, विदेश से आने वाले लोगों को तलाशते हुए कर रहे है स्क्रीनिंग 


आगरा। जनपद के टीबी विभाग के टीम कोरोना महामारी संक्रमण को रोकने के लिए मोर्चा संभाल रखी है विभाग के स्टाफ कोरोना से जंग लड़ने के लिए कई योजनाओ पर कार्य कर रहे है ,, विभाग की टीम कोरोना महामारी से निपटने के लिए विदेश या फिर दूसरे शहरो से आए जमाती या अन्य लोगों की हिस्ट्री को खंगालने के लिए निकल गए है। कोरोना पॉजीटिवों के संपर्क में आने वाले लोगों को चिन्हित करते हुए उनकी सूचनाएं जुटा रहे हैं तो वही लोगो के घर-घर उन लोगो के बारे में जानकारी हासिल कर रहे है। 


फिरहाल टीबी रोगियों की बेहतर देखभाल और पूर्ण सुविधाएं प्रदान करने के साथ साथ टीबी विभाग कोरोना को हराने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा रहा है। शासन के अदेशानुसार, टीबी विभाग शुरुआत से ही कोरोना से पॉजिटिव होने वाले लोगों के सम्पर्क में आने वाले, विदेश या अन्य शहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग में लगा हुआ है। 


क्षय रोग एवं कोरोना के लक्षण लगभग एक जैसे ही होते हैं। कोरोना का वायरस भी इसी तरह से संचारित होता है जिस तरह से टीबी का जीवाणु फेफड़ों को प्रभावित करता है। टीबी रोग के कारण मरीज में रोग प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो जाती है और कोविड-19 वायरस का प्रभाव सबसे पहले ऐसे ही लोगों में अधिक से अधिक होता है।


जिला पीपीएम समन्वयक कमल सिंह ने बताया कि जिले में कोरोना के खतरे के चलते सभी टीबी मरीजों को एडवांस में ही एक माह तक की दवाइयां दे दी गई हैं, जिससे मरीज को घर से हर रोज बाहर निकल कर न आना पड़े। साथ ही साथ उनको फोन करके उनके स्वास्थ्य के बारे में भी निरंतर पूछा जा रहा है कि उनको कोई परेशानी तो नहीं है।


जिला क्षय रोग अधिकारी डा.यूबी सिंह ने बताया कि आगरा जिले में कई लोग घूमने के लिए आए थे। उनकी टीबी की दवा खत्म हो गई। गाजियाबाद और भोपाल से आए लोग अपने जिले से दवा ले रहे थे। दवा खत्म होने पर मरीजों ने आगरा क्षय रोग विभाग से संपर्क साधा। जिसके बाद इन लोगों को दवा उपलब्ध कराई गई। वहीं कोरोना संकट में क्षय रोग विभाग सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर, सीनियर ट्रीटमेंट लैब सुपरवाइजर के साथ साथ सभी जिला स्तरीय कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है। सर्विलांस टीम के साथ जिले में कोरोना के बारे में सतर्क रहने, बचाव के उपाय व लक्षण होने पर तुरंत सूचना देने के लिए प्रेरित कर रहे।