लखनऊ,,, अपने चार वर्षीय भूखे पोते को दूध पिलाने के उदेश से पुलिस चौकी गई महिला को,,,, मद्दत के लिए उठे कई हाथ, पान्डेयगंज चौकी प्रभारी शैलेन्द्र कुमार सिंह बने मसीहा , महिला अपने चार वर्षीय पोते को दो दिन से नमक पानी घोल पिला कर जीवित रखी हुई है। इस खबर को मिडिया ग्रुप में चलने के उपरान्त अशियाना स्थित सेन्ट टैरेसा मेडिकल स्टोर से लेकर तमाम लोगों ने मदद के लिए आगे आये है।
आलमबाग थाना क्षेत्र श्रमविहार कालोनी नि० कमला देवी अपने चार वर्षीय पोते के दूध के लिए दर दर भटकती हुई जब मवैया चौकी पहुंचकर फरियाद की तो वहां के पुलिस कर्मचारियो ने उसे टरकाते हुए दूसरे थाना क्षेत्र में जाने को कहा ,, और कहा कि बाजार खाला थाना की चौकी ऐशबाग में दूध मिलने की बात कही और पुल के पास स्थित ऐशबाग चौकी भेजा और कहा जाओ वंहा इस बच्चे के लिए दुघ मिलेगा।
लॉकडाऊन लगा होने पर किसी तरह जब महिला ऐशबाग चौकी पहुची और वहा पुलिस लॉकड़ाऊन चलते रामलीला मैदान पर चेकिंग कर रही थी मौजूद पुलिस के खाना लेने वाली महिला समझा जिसपर उक्त माहिला ने बताया कि मवैया पुलिस चौकी ने मुझे अपने पास अपने चार वर्षीय पोते के दूध के लिए भेजा है।
जिसपर पुलिस ने जब उस महिला से पुछा तो उक्त महिला ने बताया कि मै श्रम बिहार कालोनी थाना आलमबाग में रहती हु मवैया पुलिस ने आपसे मद्दत लेने को कहा है जिसपर उक्त महिला फरियाद करते हुए बताया कि मेरी बहु के सीने में आपरेशन हुआ है वह दूध नही पिला पा रही है। पैसे है नहीं मेरे पास,,,, मौजूद पुलिस ने उसकी फरियाद नजर अंदाज कर दिया,, जब अन्त में दादी निराश होकर वापस जाने लगी क्योकि बच्चे के परिवार के लोग गरीब कूड़ा बिनने वाले है।
जिसपर मौजूद पान्डेयगंज चौकी प्रभारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने इस बच्चे के लिए सुबह शाम आधा लीटर दूध मशागंज ढाल स्थित लखनऊ दुग्ध डेरी पर लगवा दिया और डेरी मालिक से कहा इस बच्चे का दूध का पैसा मुझसे लेना
वहा पर उस बच्चे के लिए मसीहा बनी पुलिस
चार माह के बच्चे कि खबर जीएन न्यूज ने मिडिया ग्रुप में चलाई खबर में कई लोग जिसमे डाक्टर व सेन्ट टैरेसा मेडिकल हाल के मालिक ने बच्चे के दूध के लिए आगेआये। वही लोगों ने ग्रुप में ही बच्चे के दूध के लिए कमेन्ट करके सहयोग करने की बात कही है।
रिर्पोट संजय सक्सेना