हम सारे धर्म के लोग मिलकर कोरोना को करेंगे खत्म : मो० शारिक


प्रयागराज,नैनी,,,,,: रविवार को वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तिथि पर भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम भगवान का जन्म हुआ था। इस दिन भगवान परशुराम संघ विष्णु जी की उपासना भी की जाती है इस कारण से अक्षय तृतीया का महत्व है,  इसी दिन राजा भगीरथ के हजार वर्षों की कठोर तपस्या के कारण अक्षय तृतीया के ही दिन मां गंगा स्वर्ग से धरती पर आई थी।


इस दिन का विशेष महत्व होता है, तृतीया पर पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा है। बंगाल प्रांत में इस दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी  की विधिवत पूजा करके व्यापारी वर्ग नए तरीके से लेखा-जोखा की किताब का आरंभ करते है, ऐसा पर्व साल में एक बार आता है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते लोगों को अपने घरो में पूजा अर्चना के साथ प्रार्थना करनी पड़ेगी ,  जिससे हमारा देश इस महामारी करोना वायरस से छुटकारा पा सके,,


वही  इस समय माहे रमजान भी चल रहा है, आज रमजान का दूसरा दिन है, और पूरे देश के मुसलमान अपने घरों में नमाज इबादत तरावी अदा कर रहे है,  सोशल डिस्टेंस मेंटेन किए हुए है, घरों से बाहर कोई नहीं निकल रहा है, जिस देश में गंगा जमुना तहजीब वाले लोग हो जहां पर सारे धर्मों के लोगों ने एक साथ यह ठान लिया है, कि हमें प्रार्थना और दुआ एक धर्म के लिए नहीं बल्कि सारे धर्मों के लोगों के लिए करनी है,


ऐसा प्यारा भारत है, हमारा,,, ऐसा प्यारा हिंदुस्तान है हमारा,,, हमें गर्व है कि हम ऐसे देश में रहते है, और सारे धर्मों के लोग एक साथ इस महामारी के खिलाफ खड़े है, सब लोग लॉक डाउन का पालन कर रहे है, और मुझे उम्मीद है कि इसी तरीके से और अपनी अपनी जिम्मेदारियों से साथ लाँकडाउन का पालन होता रहेगा तो हम यह करोना जैसे महामारी बीमारी से जंग जरुर जीत जाएंगे, इसमें हमारे सभी धर्मों के लोग एक साथ लगे हुए है एकजुट के साथ कोरोना हारेगा और मानवता जीतेगा भारत जीतेगा ।


रिपोर्ट  बृजेश केसरवानी