प्रयागराज ,,, कोरोना महामारी के चलते मोदी सरकार ने मनरेगा, श्रम विभाग और नगर निगमो में पंजीकृत श्रमिकों के लिए फ्री राशन की योजना शुरू करके लाभार्थियों को एक अप्रैल से लाभ देना शुरू कर दिया है। कोटेदारों की दुकानों पर हर जगह इसी बात का झगड़ा हुआ कि सरकार ने फ्री राशन देने की घोषणा की है। लेकिन कुछ कोटेदार पैसे लेकर राशन दे रहे हैं। कोटेदारोंं के द्वारा सोशल डिस्टेन्स का भी पालन नहीं कराया जा रह है लोग एक दूसरे से जुड़े खड़े नजर आ रहे है ।
एक अप्रैल से वितरित हो रहे खाद्यान्न में कोटेदारो ने जमकर कटौती कर रहे है। शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र सभी जगह कोटेदारो ने उपभोक्ताओं के साथ खाद्यान्न वितरण में कटौती कर रहे है। कहीं पांच की जगह चार किलो अनाज दिया तो कहीं निशुल्क दिए जाने वाला राशन के लिए पैसे वसूले जा रहे है। इससे कई जगह कोटेदारों को उपभोक्ताओं का गुस्से का शिकार भी होना पड़ रहा है। ज्यादातर उचित दर की दुकानों पर लम्बी लम्बी कतारें लगी हुई नजर आती है जहां सोशल डिस्टेन्स का भी उल्लंघन होता नजर आ रहा है। कहीं कोटेदारों ने उपभोक्ताओं को 5 किलो राशन दिया तो कही 4 किलो राशन देकर टरका रहे है।
समय रहते स्थानीय प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो सरकार के द्वारा दी जाने वाली फ्री राशन योजना को कुछ कोटेदारो के द्वारा गरीबो को दी जाने राशन को गबन कर कालाबाजारी कर मानवता को शर्मशार कर रहे है