लाॅकडाउन के दौरान ऑनलाइन शिक्षा के तहत नन्हे बच्चो मे शिक्षा की अलख जगा रही गरिमा और सना


लखनऊ,,,, देश इस समय कोरोना के संकट से जूझ रहा है ऐसे मे देश को 3 मई तक के लिए लाॅकडाउन कर दिया गया है जिसकी वजह से लगभग सभी तरह की गतिविधियां बंद है।


इसमें शिक्षण संस्थान से जुड़े सभी संस्थान भी बंद है ऐसे मे बच्चो की शिक्षा प्रभावित ना हो इसके लिए लगभग सभी शिक्षण संस्थानो मे ऑनलाइन क्लासेज चलाकर बच्चो को लाॅकडाउन के समय मे भी शिक्षित कर रहे है। देश की बढ़ती टेक्नोलाॅजी मे ऑनलाइन का महत्व दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है यह ऑनलाइन सिस्टम जीवन मे कितना महत्वपूर्ण है वो इस लाॅकडाउन के दौरान आसानी से समझा जा सकता है। हालांकि इस ऑनलाइन क्लासेज मे बड़ो बच्चो को शिक्षित करना तो थोड़ा आसान समझा जा सकता है लेकिन नन्हे बच्चो को शिक्षित करना उतना ही कठिन समझा जा सकता है।


इस पर बक्शी का तालाब क्षेत्र में संचालित एस. आर. ग्लोबल स्कूल की नर्सरी क्लास की टीचरो से बात हुई तो उन्होने बताया की इस लाॅकडाउन के दौरान समय का सद्उपयोग किया जा सके इसके लिए ऑनलाइन क्लासेज चलाई जा रही है। नर्सरी क्लास की टीचर गरिमा मिश्रा ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान छोटे बच्चो को शिक्षित करने के लिए वाट्सअप ग्रुप और जूम ऐप का प्रयोग किया जा रहा है जिस पर सीधे बच्चो से बातचीत करते हुए उनको लिखित व ओरल वर्क भी दिया जा रहा है। ऐसे मे बच्चो को जहां समस्या होती है तो उनके अभिभावको से बातचीत करके उस समस्या को दूर किया जाता है।


दूसरी टीचर सना परवीन से बात हुई तो उन्होने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा ही इस लाॅकडाउन के दौरान बेहतर विकल्प है जिसपर सभी गार्जियनो को अपने अपने बच्चो को शिक्षित भी करना चाहिए। इस लाॅकडाउन के दौरान सभी शिक्षको की मेहनत भी साफ नजर आ रही है क्योकि जब नन्हे बच्चो के सामने टीचर होती है तो उनको तमाम तरह से समझा कर पढ़ती है लेकिन टीचर केवल फोन पर हो तो ऐसे मे नन्हे बच्चो को पढ़ाना आसान नही होता। इसलिए ऑनलाइन शिक्षा के जगत मे नन्हे क्लासो के बच्चो को पढ़ा रही टीचरो का अहम रोल दिखाई पड़ रहा है।