लॉकडाउन ब्रेक के बाद पटरियों पर दौड़ेगी हाईस्पीड ट्रेनें,, कार्य प्रगति पर 


प्रयागराज,,,,, कोरोना वायरस व लॉकडाउन ने भले ही रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है लेकिन लॉकडाउन के बाद ट्रेनें ज्यादा तेज स्पीड से पटरी पर दौड़ेंगी। रेलवे इस दौरान पटरियों की मरम्मत और तकनीक को उन्नत बनाने में शिद्दत से जुटा हुआ  है। ऐसे में जाहिर है लॉकडाउन के बाद यात्री ट्रेनों का संचालन हाई स्पीड से सुरक्षित व कम समय में किया जा सकेगा।


प्रयागराज मंडल के अंतर्गत राजधानी, शताब्दी, वन्दे भारत जैसी हाईस्पीड ट्रेनें चलती हैं। इनको सुरक्षित तरीके से व और अधिक गति के साथ चलाने के प्रयास किये जा रहे हैं।


इसी कड़ी में संकेत एव दूरसंचार विभाग द्वारा नार्मल प्वाइंट को थिक वेब स्विच (टीडब्लूएस) में बदला जा रहा है। इससे भविष्य में ट्रेनों की स्पीड 130 किलोमीटर से 160 किलोमीटर प्रति घंटा करने में मदद मिलेगी। लूप लाइन पर भी स्पीड 30 किमी प्रति घंटा से बढ़कर 45 से 60 किमी प्रति घंटा हो जायेगी।


पनकी-गाजियाबाद के मध्य सभी स्टेशनों पर इस प्रकार के प्वाइंट लगा दिये गये हैं तथा कानपुर-प्रयागराज खण्ड में इस पर कार्य चल रहा है। इस कार्य के पूर्ण होने के पश्चात ट्रेनें तेज गति से चल सकेंगी और अपने गंतव्य पर कम समय में सुरक्षित पहुंच सकेंगी।


यही नहीं आरडीएसओ की गाइड लाइन के आधार पर उन्नत प्रकार के ग्राउण्ड कनेक्शन का प्रयोग किया जा रहा है तथा इसके स्विच सेटिंग डिवाइस में एक नया इंसुलेशन लगाया गया है जिससे ट्रैक सर्किट फेलियर की संभावना लगभग शून्य हो गई है। इस प्रकार की मशीनों का प्रयोग जूही, इटावा, टूंडला एवं अलीगढ़ जैसे बड़े यार्ड में भी सफलता पूर्वक किया जा रहा है।