लखनऊ में पत्रकार का पुलिस ने किया अपमान, दर्जनों पत्रकार पहुंचे कमिश्नर कार्यालय, कार्यवाही का मिला आश्वाशन
लखनऊ,,,, लॉक डाउन के बीच जहां पत्रकार लोगों के बीच जाकर कोरोना जैसे संकट दौरान भी कवरेज कर रहें हैं साथ ही शहर की हर छोटी बड़ी खबर जनता तक पहुंचाने का हर मुमकिन प्रयास कर रहें हैं ऐसे में पत्रकारों की जितनी प्रशंसा की जाए वो कम है बल्कि उनको सरकार द्वारा आर्थिक मदद कर उन्हें सहूलते मुहैय्या कराने का काम करना चाहिए। जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी व कमिश्रनर सुजीत पान्डेय ने पत्रकारो को लॉकडाऊन में कवरेज करने के लिए उनके आई कार्ड को मान्यता दी है लेकिन होता इसके विपरित है,
दरअसल गुरुवार को दोपहर के वक्त जब वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान करवेज करने के लिए निकले तो पुलिस ने उनके साथ बालागंज चौराहे पर दुव्यवहार करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया साथ ही उनके सम्मान को ठेस पहुंचाकर उनके साथ हाथा पाई करते हुए उन्हें जोर से धक्का दिया, वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान के साथ इस घटना को अंजाम देने वाले और कोई नहीं बल्कि जनता की सेवक पुलिस है, जब पत्रकार के साथ पुलिस ऐसा बर्ताव कर रही है तो आम जनता के साथ पुलिस कैसे पेश आती होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है,
बताते चले कि खालिद रहमान चूंकि दिव्यांग है इसलिए वे वाहन चलाने में सक्षम नहीं है, उन्हे डीसीपी खाला बाजार की ओर से एक सहयोगी के लिए भी पास जारी किया गया है, घटना के समय उनके सहयोगी ताहिर हाशमी भी उनके साथ थे।
खालिद रहमान के पास न्यूज एजेंसी द्वारा जारी परिचय-पत्र एवं सूचना विभाग द्वारा जारी पास भी था उसके बावजूद भी गुरुवार दोपहर बालागंज चौराहे पर ठाकुरगंज थाना अंतर्गत बालागंज चौकी इंचार्ज एसपी सिंह व अतिरिक्त निरीक्षक वीरपाल सिंह द्वारा पत्रकार खालिद रहमान से दुर्व्यवहार किया गया, और सूचना विभाग द्वारा लॉक डाउन की अवधि में कवरेज के लिए जारी पास और न्यूज़ एजेंसी द्वारा खालिद रहमान को जारी किए गए परिचय पत्र को फर्जी बताया, पत्रकार खालिद रहमान से कहा हवालात में डाल देंगे, पास दिखाने पर बोले अतिरिक्त इंस्पेक्टर तेरे बाप के नौकर नही है जो हम तेरा फर्जी पास पढ़े, दरोगा एसपी सिंह व अतिरिक्त निरीक्षक वीरपाल सिंह ने उन्हे फर्जी पत्रकार कहते हुए उनके साथ गाली-गलौच की और धक्का दिया।
बालागंज चौकी इंचार्ज एसपी सिंह व अतिरिक्त निरीक्षक वीरपाल सिंह द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने के मामले में न्यूज एजेंसी के प्रबंधक चंद्र प्रकाश ने पुलिस आयुक्त को पत्र भेजकर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, साथ ही रात्रि 09 बजे दर्जनों पत्रकार लखनऊ कमिश्नर सुजीत पांडे के आवास पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया,
कुछ पत्रकार तो गेट के सामने बैठ गए, उस वक़्त कमिश्नर अपने आवास पर नहीं थे, बरहाल घटना के बाद वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान ने अपनी न्यूज़ एजेंसी में उपरोक्त पुलिस कर्मियों की शिकायत की।
जिसके बाद यूनाइटेड न्यूज़ एजेंसी के मैनेजर चंद्रकांत ने पुलिस कमिश्नर के पीआरओ को शिकायती पत्र लिखकर आरोपी पुलिस के खिलाफ सख्त कारवाही की मांग की, दोषी पुलिस कर्मियों की जांच कर तत्काल प्रभाव से निलंबन की मांग की है, और लिखित रूम में प्रार्थना पत्र दिया, पत्रकार पर बदसलूकी को संज्ञान में लेते हुए प्यारो द्वारा कारवाही का आश्वाशन दिया गया है।
रिर्पोट संजय सक्सेना