वाराणसी,,,,, कोरोना वायरस-19 को पूरे विश्व में महामारी घोषित किया गया है। ऐसे में भारत में भी इसके संक्रमण से बचने के लिये पूरे देश में महामारी एक्ट लागू है। इस एक्ट के अंतर्गत किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थ की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है, पर नशे के सौदागर इस लॉकडाउन में भी नशे का खेल, खेल रहे हैं। ऐसे ही एक नशे के कारोबार का देर रात वाराणसी पुलिस ने सारनाथ थानाक्षेत्र में भंडाफोड़ किया और इस छापेमारी में पुलिस ने मौके से भेलूपुर थाने से संबद्ध पीआरवी पर तैनात एक सिपाही को भी मय वर्दी गिरफ्तार किया है, जबकि वह पांच दिन की छुट्टी पर था।
एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह, एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह, जिला जेल प्रभारी राजकुमार पांडेय और सीओ कैंट मोहम्मद मुश्ताक की संयुक्त छापेमारी में 6 पति शराब और लगभग 35 लाख रुपया कैश भी मौके से बरामद हुआ है। पीआरवी के सिपाही के साथ ही अकथा वार्ड के पार्षद के भाई को भी मौके से गिरफ्तार किया है। इनकी निशानदेही पर देर रात तक पुलिस और आबकारी विभाग की टीम शराब ठेकेदार के गोदाम पर छापेमारी की कार्रवाई कर रही थी।
इस सम्बन्ध में एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि काफी दिनों से शहर में अवैध शराब की बिक्री की खबर मिल रही थी। इसकी धर-पकड़ के लिए पुलिस टीम एक्टिव थी। इसी क्रम में सूचना मिली कि सारनाथ थाना अंतर्गत पहाड़िया लक्ष्मी मंदिर के समीप एक मैरेज लॉन से कुछ लोग अवैध रूप से शराब सप्लाई कर रहे हैं। इस सूचना पर छापेमारी की गयी तो वहां मौजूद पांच में से तीन लोग भागने में सफल हो गए दो अन्य व्यक्ति को पुलिस टीम ने दौड़ाकर पकड़ लिया।
इसमें पकड़ा गया एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में था, जब उससे पूछताछ की गयी तो वह भेलूपुर थाने से संबद्ध पब्लिक रिस्पॉन्स व्हीकल ( पीआरवी ) पर तैनात सिपाही प्रमोद कुमार और दूसरा व्यक्ति सारनाथ थाने के अकथा वार्ड के पूर्व पार्षद का भाई प्रवीण शुक्ला निकला। पुलिस ने दोनों से कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने बताया कि यह शराब कैंट थाना अंतर्गत मकबूल आलम रोड स्थित जिला जेल के समीप स्थित एक गोदाम है वहां से खरीद के लाया हूं जिसकी सूचना पर जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से गोदाम पर छापेमारी की।
पुलिस को मौके से एक चार पहिया वाहन, 6 पेटी शराब और लगभग 35 लाख रुपये कैश भी बरामद किये हैं। फिलहाल आबकारी विभाग की टीम ने मौके पर जांच की तो 6 पेटी में रखी शराब की बोतलों से क्यूआरकोड मिटा दिया गया था ताकि यह पता न चल सके की शराब किस दुकान से ली गयी है।
इस मामले में पुलिस ने सिपाही को निलंबित करते हुए सारनाथ थाने में सिपाही समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जबकि कैंट थाने में मकबूल आलम रोड स्थित शराब कारोबारी राजेन्द्र गुप्ता समेत उसके दामाद व दो अन्य कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
रिपोर्ट अनिल कुमार केसरी