विश्व धरोहर दिवस, के अवसर पर लखनऊ में चलाया गया जागरूकता अभियान 


लखनऊ ,,, विश्व धरोहर दिवस, 18 अप्रैल 2020, के अवसर पर लखनऊ की संस्था स्काई फाउंडेशन ने अंतरराष्ट्रीय संस्था एजुस्टेम इनिशिएटिव के साथ मिलकर मनाया विश्व धरोहर दिवस। इंटरनेशनल काउंसिल ओन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स (ICOMOS) ने साल 1982 में 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस के रूप में घोषित किया था। इसका उद्देश्य पूरी दुनिया के सांस्कृतिक विरासतों, स्मारकों और स्थलों की विविधता और प्रासंगिकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। 


यह दिन इस बात पर भी विचार करने का होता है कि एतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों को आने वाली पीढ़ियों के लिए बचाए रखने के लिए कितनी कोशिश हो रही है। साथ ही ये दिन इस ओर भी ध्यान दिलाता है कि हमारी धरोहरों को कितने रखरखाव की जरूरत है। विश्व धरोहर ऐतिहासिक या पर्यावरण दोनों के लिहाज से महत्वपूर्ण होते हैं। हम सभी जानते हैं कि प्राचीन इमारतें और स्मारक हमारे लिए और दुनिया के लिए एक संपत्ति हैं। इसलिए, विश्व धरोहर दिवस विश्व के समुदायों के लिए सामूहिक प्रयास है । विश्व विरासत दिवस 2020 का विषय ‘साझा संस्कृति,साझा विरासत' और' साझा जिम्मेदारी’ (‘Shared Culture, Shared heritage and Shared responsibility’) है। 


18 अप्रैल को दोनों संस्थाओं द्वारा वर्ष 2020 के अन्तर्राष्ट्रीय धरोहर दिवस की थीम पर घर बैठे लोगो को अपनी विरासत से परिचय कराने के लिए गूगल मीट हैंगआउट के माध्यम से एक टॉक शो का आयोजन किया गया जिसमें स्वप्निल रस्तोगी एवम् डॉक्टर संघर्ष राव के द्वारा व्याख्यान लिया गया । बड़ी संख्या में लोगो ने इस व्याख्यान को अपने घरों में बैठ कर अपने मोबाइल पर गूगल मीट हैंगआउट के माध्यम से जुड़े और देखा और साथ ही अपने प्रश्नों को भी व्याख्यान दाताओं से पूछा ।


इस वर्ष जब सम्पूर्ण विश्व कोरॉना संकट से गुजर रहा है तब स्काई फाउंडेशन ने अन्तर्राष्ट्रीय संस्था एजुस्टेम इनिशिएटिव के साथ मिल कर विश्व के काफी हिस्सो के लोगो को इस दिवस के बारे में जागरूक किया और विश्व धरोहरों को बचाने से संबंधित वैज्ञानिक  गतिविधियों से भी लोगो का परिचय कराया ।