प्रयागराज धूमनगंज में किये गए दिनदहाड़े हत्याकांड के हत्यारोपी गिरफ्तार,,  बेटे ने रची साजिश  


प्रयागराज.,,, जनपद के धूमनगंज थाना अंतर्गत प्रीतम नगर कॉलोनी में गुरुवार को दिनदहाड़े एक ही परिवार के चार सदस्यों की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस मामले में खुलासा करते हुए कारोबारी तुलसीदास केसरवानी के बेटे आतिश केसरवानी व उसके साथी अनुज श्रीवास्तव, राजकृष्ण श्रीवास्तव उर्फ़ बच्चा, अंकित पासी व अपराधी षड्यंत्र में शामिल ओला कार ड्राइवर उमेन्द्र द्रिवेदी व रंजना शुक्ला [आतिश की प्रेमिका] को गिरफ्तार कर लिया गया है पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि नौकरानी से रिश्ते के विरोध पर बेटे आतिश ने घरवालों का क़त्ल करवाया है जिसमें वादी आतिश केसरवानी की तहरीर पर धूमनगंज पुलिस मुकदमा संख्या 441/ 2020 धारा 302 के तहत अभियोग पंजीकृत किया था


बतादे कि प्रीतमनगर निवासी तुलसीदास केशरवानी (62) पुत्र स्वर्गीय गया प्रसाद केशरवानी इलेक्ट्रानिक दुकान के सहारे अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे घर के भूतल में ही दुकान है और पहले मंजिल पर वह अपने परिवार के साथ रहता थे। गुरूवार दोपहर तुलसीदास केशरवानी और उसकी पत्नी किरन केशरवानी (60) और बहू प्रिंयका केशरवानी (32) पत्नी आशीष केशरवानी और बेटी निहारिका उर्फ गुड़िया केशरवानी (27) की अपराधियों के द्वारा धारदार हथियार से गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई थी पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर सविलांस के माध्यम से चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया जिसमें आतिश केसरवानी, अनुज श्रीवास्तव, राजकृष्ण श्रीवास्तव उर्फ़ बच्चा, अंकित पासी व अपराधी षड्यंत्र में शामिल ओला कार ड्राइवर उमेन्द्र द्रिवेदी व रंजना शुक्ला [आतिश की प्रेमिका] शामिल है


गिरफ्तार किया गए अभियुक्त रामकृष्ण श्रीवास्तव उर्फ़ बच्चा व अंकित पासी से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि ,,, 15 दिन पूर्व आतिश अपने परिवार के सभी सदस्यों को मारने के लिए ₹800000 [आठ लाख] में अनुज श्रीवास्तव द्वारा हम लोगों से करार किया गया था अनुज अपने दोस्त उमेन्द्र द्रिवेदी की ओला कार से कौशांबी आकर हम दोनों को कार में बिठाकर प्रीतम नगर धूमनगंज अपने किराए के मकान पर ले गया इसके बाद पीएसी गेट के पास अनुज ने हम दोनों को आतिश से मिलवाया आतिश दोपहर के समय अंकित पासी को घर में स्तिथि गोदाम में छिपा दिया 


आतिश के योजनानुसार अनुज व मुझे [रामकृष्ण] घर के पास छोड़कर चला गया मै [रामकृष्ण] और अनुज समान खरीदने व रिचार्ज कराने के बहाने घर में धुस गए चूँकि अनुज का आतिश के घर में पहले से आना-जाना था घर वाले अनुज को पहचानते थे दुकान में नीचे बैठे तुलसीदास केसरवानी को रामकृष्ण व अंकित ने हाथ, पैर व मुंह दबा लिया फिर अनुज ने उनका गला रेत कर हत्या कर दी उसके बाद उनकी पत्नी किरण को अनुज ने बहाने से नीचे बुलाया कि आंटी आपको अंकल बुला रहे हैं उनको नीचे आते ही उनकी भी गला रेत कर हत्या कर दिया तथा इसके बाद अनुज ने आतिश की पत्नी प्रियंका को पानी के बहाने नीचे बुलाया उसकी भी गला रेत कर हत्या कर दिया इसके पश्चात ऊपर पहली मंजिल में अनुज व रामकृष्ण पहुंचे जहां आतिश की बहन निहारिका मिली उनका भी मुंह दबाकर गला रेत दिया इसके पश्चात बाथरूम जाकर हाथ पैर घुले व खून लगी शर्ट को पॉलिथीन में रख लिया और आतिश के द्वारा बनाई गई योजना के अनुसार अलमारी में रखे गहने लेकर कपडे को इधर उधर फेककर यह दर्शाना था कि यह हत्या लूटपाट के लिए की गई है 


इसके पश्चात बारी बारी से घर से निकलकर तीनो अनुज के किराये वाले मकान पर गए फिर जहा गहने वाले डिब्बा व खून लगे कपडे को छिपाकर रख दिया उसके बाद रामकृष्ण व अंकित दोनों को उसी ओला कार से कौशाब्मी में छोड़कर वापस चला आया आतिश ने घटना वाले दिन अनुज को 48500 नगद रुपए नगद दिए जो पुलिस के द्वारा बरामद किया जा चूका है साथ में  हत्या में स्तेमाल किये गए चाकू भी बरामद किये गए है