भारतीय मीडिया फाउंडेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष एके बिंदुसार ने पत्रकारों पर नियमित हो रहे उत्पीडन की निंदा करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और बताया कि पिपरी थानाध्यक्ष की निगाहों में चढ़े रेनूकूट के निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकार अजीत कुशवाहा को जबरन मारपीट कर लहूलुहान कर दिया जिसकी हालत गम्भीर बनी हुई है जिसे हिंडाल्को हास्पिटल में भर्ती कराया गया है
वाराणसी,,,, मेरिट पर पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों के लिए बुरी खबर है। योगी राज में चुन चुन कर ऐसे पत्रकारों को हर जिले में जबरन पीटा जा रहा है जो सच लिखते हैं सच बोलते हैं और सच के साथ रह कर गलत और भ्रष्टाचार के कार्यों का पुरजोर विरोध करते हैं कुछ दिन पहले लखनऊ में दो सम्मानित पत्रकारों को समाचार संकलन के दौरान अमर्यादित व्यवहार करते हुए उनको अपमानित किया गया इसी प्रकार प्रयागराज के जारी में एक पत्रकार को जबरन मारपीट कर लहूलुहान कर दिया , पत्रकार जब दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की बात आलाधिकारियो से करते है तो उन्हें सिर्फ अवाश्सन मिलता है कार्यवाही नहीं
ताजा मामला रेनूकूट का है जहां आज फिर योगी सरकार के निरंकुश पुलिसकर्मियों ने सोनभद्र (रेनूकूट) के एक सम्मानित पत्रकार और वाराणसी से प्रकाशित व प्रसारित समाचार पत्र के ब्यूरो अजीत कुमार कुशवाहा को बुरी तरह मारपीट कर मरणासन्न कर दिया।
सूत्रों के अनुसार पत्रकार अजीत अपने क्षेत्र में ही स्थानीय पुलिस कर्मियों द्वारा लाकडाऊन पीरियड में किये जा रहे सुरक्षात्मक उपायों की कवरेज कर रहा था। कवरेज खत्म करने के बाद ज्योहीं अपने आफिस कम दुकान का शटर पानी की बोतल निकालने के लिए खोला कि पुलिस लाईन में तैनात सूरज नामक सिपाही अपने तीन अन्य पुलिस कर्मियों के साथ आ धमका और बिना जाने पूछे सभी ने लाठी बरसाना शुरू कर दिया। जब तब बाकी पत्रकार विरोध करते तब तक मारपीट कर पत्रकार अजीत को मरणासन्न कर दिया।
सूत्रों के अनुसार स्थानीय थाना प्रभारी निरीक्षक पिपरी पत्रकार अजीत के निर्भीक और निष्पक्ष रिपोर्टिंग से बराबर क्षुब्ध रहते हैं और सबक सिखाने के प्रयास में लगे हुए थे। परिजनों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि निश्चित रूप से अजीत को मरवाने पिटवाने में थानाध्यक्ष का हाथ होगाः।
इसी प्रकार अगर यूपी पुलिस द्वारा पत्रकारों को उत्पीडित किया जाता रहा तो स्तिथि भयावत हो सकती है अभी कुछ दिनों पहले लॉक डाउन के दौरान यही पत्रकारों ने यूपी पुलिस को हीरो बनाया आज वह विलेन बनकर पत्रकारों को समाचार संकलन में अवरोधक उत्पन्न कर उन्हें मारपीट कर लहूलुहान कर रही है यूपी पुलिस का यह चेहरा मानवता को शर्मशार कर रही है दोषी पुलिसकर्मियों जल्द व सख्त कार्यवाही होनी चाहिए