लखनऊ ,,, राजधानी के ग्रामीण पत्रकार कृष्ण पाल सिंह ने उत्तर प्रदेश के सभी पत्रकारों को एक होने के लिए आवाहन किया है और कहा कि जिस तरह राजनीतिक दल, डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों व अधिवाताओ में एकता है उसी तरह से अब पत्रकारों को भी एक होना पड़ेगा,, तभी न्याय मिल सकेगा अन्यथा प्रशासन के द्वारा उपेक्षित होना पड़ेगा अगर अब भी एक नहीं हुए तो यूं ही झूठे मुकदमों में जेल जाते रहोगे व भू माफियाओं द्वारा मरते रहोगे
बीते कई दिनों से पत्रकारों पर अत्याचार व हमले बढ़ रहे हैं जिसको लेकर सरकार गंभीर नहीं है क्योंकि कोरोना वायरस महामारी के दौरान पत्रकारों को प्रदेश सरकार द्वारा कोई आर्थिक सहायता का एलान अभी तक नहीं किया गया है जबकि डॉक्टर, पुलिस व सफाई कर्मियों को 50 लाख रुपए की बीमा सुविधा उपलब्ध कराई गई है तो पत्रकारों को क्यों नहीं मिल सकता जबकि पत्रकारों ने भी उस दौरान जम कर पसीना बहाया है उनकी सुनवाई क्यों नहीं हो रही है उन्हें यूपी सरकार क्यों अनदेखी कर रही है
उत्तर प्रदेश के पत्रकारों को मिलकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से पत्रकारों की समस्याओं से अवगत कराना चाहिए जिसमे कुछ पुलिसकर्मी द्वारा झूठे मुकदमों में जेल भेज देना, थाने में लाठी डंडे से प्रहार कर लहूलुहान कर देना, कुछ माफियाओ के द्वारा पत्रकारों पर हमले को संज्ञान में न लेकर कार्यवाही नहीं करना, व पत्रकारों की हत्या होने के संबंध में जानकारी देनी चाहिए और उत्तर प्रदेश सरकार से पत्रकारों को अपनी सुरक्षा के लिए लाइसेंसी शस्त्र बनवाने के लिए अनुमति प्रदान करने की मांग करनी चाहिए ताकि पत्रकार खुद को सुरक्षित महसूस कर सके
इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करनी चाहिए कि जिस तरह से सांसद विधायकों को लाइसेंसी शस्त्र खरीदने में छूट मिलती है उसी तरह से पत्रकारों को भी लाइसेंसी शस्त्र खरीदने में छूट मिलनी चाहिए
पत्रकार कृष्ण पाल सिंह ने सभी पत्रकारों से अपील की है कि पत्रकार चाहे किसी भी टीवी चैनल या पोर्टल चैनल या समाचार पत्र से हो उन सभी पत्रकारों को एक होना चाहिए क्योंकि अब पत्रकारों का उत्पीडन लगातार बढ़ गया है पत्रकारों पर हो रही घटनाओ को शासन प्रशासन संज्ञान नहीं ले रहा है आओ मिलकर पत्रकारों के अधिकार के लिए आवाज उठाये